Rig Ved 1.37.8
Here Prithvi means Kshetra or realm and that represents our body. The Jeevatma is its क्षेत्रज्ञ (supremo). So this Kshetra is directed and purified by Jeevatma. Both come together to realise the supreme aim of Parmatma.
येषा॒मज्मे॑षु पृथि॒वी जु॑जु॒र्वाँ इ॑व वि॒श्पतिः॑ ।
भि॒या यामेषु रेजते॥
Translation.
येषाम् - You.
यामेषु - Your speed.
अज्मेषु - To throw.
पृथिवी - Prithvi.
भिया - With fear.
जुजुर्वान - Old and weak.
विश्पतिः - King.
इव - Like that.
रेजते - Tremble.
Explanation; Oh Marudgans, Due to your attacking speed the Prithvi has started to tremble like an old and weak King.
Deep meaning: Here Prithvi means Kshetra or realm and that represents our body. The Jeevatma is its क्षेत्रज्ञ (supremo). So this Kshetra is directed and purified by Jeevatma. Both come together to realise the supreme aim of Parmatma.
📸 Credit - Kamlesh sir
#मराठी
ऋग्वेद १.३७.८
येषा॒मज्मे॑षु पृथि॒वी जु॑जु॒र्वाँ इ॑व वि॒श्पतिः॑ ।
भि॒या यामे॑षु॒ रेज॑ते ॥
भाषांतर ;
येषाम् - आपले.
यामेषु - गति.
अज्मेषु - फेकून टाकणे.
पृथिवी - पृथ्वी.
भिया - भय ने.
जुजुर्वान - वृद्ध.
विश्पतिः - राजा.
इव - की तरह.
रेजते - कंपित होणे.
भावार्थ: हे मरूदगण! आपल्या आक्रमणकारक चाली ने पृथ्वी एका वृद्ध आणि दुर्बल माणूस सारखे भयाने कंपित होते.
गूढार्थ:इथे पृथ्वीचे अर्थ आहे क्षेत्र म्हणजे आमचे शरीर. ह्याचे क्षेत्रज्ञ आहे जीवात्मा. क्षेत्र जीवात्माने सिद्ध होतो. दोघे मिळून परमात्मांना प्राप्त करणार. परमात्मांना प्राप्त करणे हेच परम लक्ष्य आहे.
#हिन्दी
ऋग्वेद १.३७.८
येषा॒मज्मे॑षु पृथि॒वी जु॑जु॒र्वाँ इ॑व वि॒श्पतिः॑ ।
भि॒या यामे॑षु॒ रेज॑ते ॥
अनुवाद;
येषाम् - आपकी।
यामेषु - जाल में।
अज्मेषु - फेंकना।
पृथिवी - पृथ्वी।
भिया - भय से।
जुजुर्वान - वृद्ध।
विश्पतिः - राजा।
इव - की तरह।
रेजते - कांपना।
भावार्थ:हे मरूदगणों! आप की आक्रमणकारी चाल और गति से पृथ्वी वृद्व और दुर्बल राजा की तरह भय से कांपने लगती है।
गूढार्थ: पृथ्वी का अर्थ है क्षेत्र अर्थात शरीर।इसकी क्षेत्रज्ञ है जीवात्मा। क्षेत्र जीवात्मा से सिद्ध होता है। दोनों मिलके परमात्मा को प्राप्त करेंगे। परमात्मा को प्राप्त करना परम लक्ष्य है।
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