Rig Ved 1.1.5
अग्निहोंता कविक्रतुः सत्यश्चित्रश्रवस्तमः | देवो देवेभिरा गमत ||
Translation:-
अग्निर्होता - The person who performs Yagna.
कविक्रतुः That person who can foresee past, present and future
सत्यश्चित्रश्रवस्तमः
A)सत्यश-You will definitely reap the benefit of the yagna
B)च - And
C)श्रवस्तमः- Agni dev is renowned and famous among all deities.
देवो - God Form.
देवेभिरा - With other Deities.
गमत - To Come.
Explanation:- Agni dev who helps Yajmaan(A person who performs Yagna) Also who can foresee the present, past and future. Agni dev will definitely reap the benefit of the yagna, He is also renowned by all deities as a face of God. Hence i request Agni Dev to come here during Havan with all other Gods.
#मराठी
ऋग वेद 1.1.5
अग्निहोंता कविक्रतुः सत्यश्चित्रश्रवस्तमः | देवो देवेभिरा गमत ||
भाषांतर: -
अग्निहोंता - यजमान /यज्ञ करणारा माणूस.
कविक्रतुः- त्रिकालदर्शी.
सत्यश्चित्रश्र्वस्तमः
A) सत्यश- यज्ञाचा फळ निश्चित मिळतो
B) च - आणि
C) श्रवणस्तमः इतर देव अग्नि देवाकड़े सम्माननाने वाघतात.
देव - देव स्वरुप.
देवेभीरा - इतर देवतांबरोबर.
गमत - येण्यासाठी
स्पष्टीकरण: - अग्नि देव यजमानाला मदत करतो (यज्ञ करणारा व्यक्ती) आणी त्रिकालदर्शी पण आहे. अग्नि देव निश्चितपणे यज्ञाचा फळ देतो. सर्व देवता अग्नि देवला देवाचाच्या स्वरूपात पाहतो. म्हणून मी अग्नि देवांना इतर देवतांबरोबर हवन येथे येण्याची विनंती करतो.
#हिंदी:-
ऋग्वेद 1.1.5
अग्निहोंता कविक्रतुः सत्यश्चित्रश्रवस्तमः | देवो देवेभिरा गमत ||
अनुवाद: -
अग्निहोंता - यज्ञ करने वाला यजमान।
कविक्रुतु: - वह व्यक्ति जो भूत, वर्तमान और भविष्य को जान सके।
सत्यश्चित्रश्रवस्तमः:-
A) सत्यश- यज्ञ का फल गारंटीकृत है।
B) च - और।
C) श्रवस्तमः अनेक प्रकार की कीर्ति से युक्त।
देवो - भगवान स्वरूप।
देवेभीरा - अन्य देवताओं के साथ।
गमत - पधारे।
स्पष्टीकरण: - अग्नि देव जो यजमानो की मदद करने वाले और जो त्रिकालदर्शी है । वह यजमान को निश्चित फल प्रदान करने वाले है। अग्नि देव जो देव स्वरूप है और वह कीर्ति से युक्त है। , मैं उसी देव स्वरूप अग्नि देव को सभी देवताओं के साथ इस यज्ञ में पधारे।
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