Rig Ved 1.1.3
अग्निना रयिमश्नवत पोषमेव दिवेदिवे | यशसं वीरवत्तमम
Translation:-
अग्निना - Agni dev laudation.
रयिमश्नवत -
A)रयिम -Wealth.
B)श्नवत - Obtain
पोषमेव - Nourishment.
दिवेदिवे - Everyday
यशसं - Renown or fame
वीरवत्तमम - to gift us Gallant son/friends.
Explanation:- I bow to Agni dev who benefits everyday to human being with full of Wealth, Renown, Gallant Son/ Friends and also nourishe us.
#मराठी:-
रिग वेद 1.1.3
अग्निना रयमिश्नवत पोषमेव दिवेदिवे | यशसं वीरवत्तमम
भाषांतर: -
अग्निना - अग्नि देव प्रशंसा
रयिमश्नवत -
A)रयिम - संपत्ती
B)श्नवत - प्राप्त करणे
पोषमेव - पोषण
दिवेदिवे - दररोज
यशसं - प्रसिद्धी
वीरवत्तमम - पराक्रमी मुलगा / मित्रा ची प्राप्ति
स्पष्टीकरण: - मी अग्नि देवाला वंदितो, जे दररोज मनुष्याला लाभ देतो उदाहरणार्थ संपत्ती, प्रसिद्धी, पराक्रमी मुलगा / मित्रा आणि आम्हाला पोषक असेही देतो.
#हिंदी:-
ऋग वेद 1.1.3
अग्निना रयिमश्न प पोषमेव दिवेवेवे | यशसं वीरवत्तमम
अनुवाद: -
अग्निना - अग्नि देव प्रशंसा
रयिमश्नवत -
A)रयिम -संपत्ती
B)श्नवत - प्राप्त करना
पोषमेव - पोषण
दिवेदिवे - हर दिन
यशसं - यश/कीर्ति
वीरवत्तमम - हमें उपहार मे वीर बेटा / मित्र देने वाले
स्पष्टीकरण: - मैं अग्नि देव की स्तुती करता हूं जो मनुष्य को लाभ मे हर रोज धन, यश, उपहार मे वीर बेटा / मित्र भेट देते है और हमारा पोषण भी करते है।
Comments