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Writer's pictureAnshul P

Rv 1.19.2

A Capable person can perform any karma according to Rig Ved 1.19.2


न॒हि दे॒वो न मर्त्यो॑ म॒हस्तव॒ क्रतुं॑ प॒रः ।

म॒रुद्भि॑रग्न॒ आ ग॑हि ॥


Translation:-


न॒हि - Not.


दे॒वः - Deities.


न मर्त्यः - No man.


म॒हः - Capable.


क्रतुं प॒रः - Bigger than Yagya.


म॒रुद्भिः - Along with Marudgans.


अग्ने - Oh Agnidev!


तवः - Yours.


आ ग॑हि - Come.


Explanation:-

This mantra is addressed to Agnidev who is always accompanied by Marudgans all along. He is more capable to perform any karma more than a man or any deity. Such a Capable Agnidev is requested by Yajmans to come along with Marudgans for this sacred Yagya.


Deep meaning: A Capable person can perform any Karma.



#मराठी



ऋग्वेद १.१९.२


न॒हि दे॒वो न मर्त्यो॑ म॒हस्तव॒ क्रतुं॑ प॒रः ।

म॒रुद्भि॑रग्न॒ आ ग॑हि ॥


भाषांतर :-


न॒हि - नाही.


दे॒वः - देव.


न मर्त्यः - न मनुष्य.


म॒हः - महासामर्थ्य.


तव॒ - आपले.


क्रतुं॑ प॒रः - यज्ञाहून मोठी.


म॒रुद्भिः - मरूदगण बरोबर.


अग्ने - हे अग्ने!


आ ग॑हि - यावे.


भावार्थ :-ह्या मंत्रात म्हटलं आहे की अग्निदेव हे मरूदगण बरोबरच् असतात. ह्यांचे सामर्थ्य कोणता ही कर्म पासून कुणी पण देवता किंवा मनुष्य मोठा नाहींं.अशी सामर्थ्यवान देवांना यजमानांची प्रार्थना आहे की आपण मरूुुदगणां बरोबर ह्या यज्ञानुष्ठान ला यावे.





#हिंदी


ऋग्वेद १.१९.२


न॒हि दे॒वो न मर्त्यो॑ म॒हस्तव॒ क्रतुं॑ प॒रः ।

म॒रुद्भि॑रग्न॒ आ ग॑हि ॥


अनुवाद :-


न॒हि - न ही।


दे॒वः - देव।


न मर्त्यः - न मनुष्य।


म॒हः - महा सामर्थ्य।


तव॒ - आपके।


क्रतुं॑ प॒रः - यज्ञ से बढकर।


म॒रुद्भिः -मरूदगणों के साथ।


अग्ने - हे अग्ने!


आ ग॑हि - आइए।


भावार्थ :-इस मंत्र में कहा गया है कि अग्निदेव हमेशा मरूदगणों के साथ रहते हैं। इनके सामर्थ्य से बढकर कोई कर्म न तो देवता कर सकते हैं और न ही मनुष्य।एेसे सामर्थ्य वान देवता से यजमान प्रार्थना करते हैं कि ऐसे अग्निदेव मरूदगणों के साथ इस यज्ञ में आएं।



https://twitter.com/Anshulspiritual/status/1242132075643392002?s=19

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