Women power is the protector of this universe.They should never be taken lightly according to Rig Ved 1.22.10
आ ग्ना अ॑ग्न इ॒हाव॑से॒ होत्रां॑ यविष्ठ॒ भार॑तीं ।
वरू॑त्रीं धि॒षणां॑ वह ॥
Translation:-
आ वह- To bring.
ग्नाः - Wives of Deities.
अ॑ग्ने - Oh Agnidev!
इ॒ह - This.
अव॑से॒ - To protect.
होत्राम् - The one who calls the Deities or the Yagya performer and wife of Agnidev.
यविष्ठ॒ - The youthful Agnidev.
भार॑तीम् - Bharti, The wife of Aaditya dev.
वरू॑त्रीम् - Vaaruni or vaagdevi(wife of Varundev) .
धि॒षणाम् - Dheeshna.
Explanation:-This mantra is addressed to Agnidev. It says that the youthful Agnidev is requested to invite the wives of Deities, like Hotra(wife of Agnidev) ,Bharti(Aaditya dev),Vaagdevi or Varuuni (Varundev) ,Dheeshna etc for this Yagya. They will provide security and bless this Yagya.
Deep meaning:-According to this mantra women power is the protector of this universe.They should never be taken lightly.
#मराठी
ऋग्वेद १.२२.१०
आ ग्ना अ॑ग्न इ॒हाव॑से॒ होत्रां॑ यविष्ठ॒ भार॑तीं ।
वरू॑त्रीं धि॒षणां॑ वह ॥
भाषांतर :-
आ वह- आणावे.
ग्नाः - देव पत्नींना.
अ॑ग्ने - हे अग्ने.
इ॒ह - ह्या.
अव॑से॒ - रक्षण करने.
होत्राम् - यज्ञ निष्पादक अग्नि पत्नी किंवा देवांना बोलवणारी.
यविष्ठ॒ - हे तरूण (अग्ने).
भार॑तीम् - भारती नावाची आदित्य पत्नी.
वरू॑त्रीम् - वारूणी.
धि॒षणाम् - धिष्णा.
भावार्थ :-ह्या मंत्राचा अभिप्रेत हे आहे की तरूण अग्निदेवाला यज्ञात देव पत्नीला यज्ञकर्माची सुरक्षितता साठी बोलवून घेणे आवश्यक आहे.ह्या देव पत्नीं मध्ये अग्नि पत्नी होत्रा,आदित्य पत्नी भारती,वरूण पत्नी वाग्देवी,धिष्णा इत्यादिंचा समावेश आहे.यज्ञ सफल होण्या साठी त्यांचे आशिर्वाद पण आवश्यक आहे.
#हिंदी
ऋग्वेद १.२२.१०
आ ग्ना अ॑ग्न इ॒हाव॑से॒ होत्रां॑ यविष्ठ॒ भार॑तीं ।
वरू॑त्रीं धि॒षणां॑ वह ॥
अनुवाद :-
आ वह- ले आएं।
ग्नाः - देव पत्नियों को।
अ॑ग्ने - हे अग्ने!
इ॒ह - इस।
अव॑से॒ - रक्षा कीजिए।
होत्राम् - होम निष्पादक अग्नि पत्नी या देवों को बुलाने वाली।
यविष्ठ॒ - हे तरूण(अग्नि)।
भार॑तीम् - भारती नामक आदित्य की पत्नी।
वरू॑त्रीम् - वारूणी ।
धि॒षणाम् - धिष्णा।
भावार्थ :- मंत्र का अभिप्राय यह है कि तरूण अग्निदेव को यज्ञ कर्म की सुरक्षा के लिए देव पत्नियाँ जैसे अग्नि पत्नी होत्रा, आदित्य पत्नी भारती, ,वरूण पत्नी वाग्देवी, धिषऩा इत्यादि को बुलाना भी आवश्यक है। इनका आशिर्वाद भी यज्ञ की सफलता के लिए आवश्यक है।
https://twitter.com/Anshulspiritual/status/1255119224571195393?s=19
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