Woman power is highlighted along with their role as protectors of universe according to Rig Ved 1.22.11
अ॒भि नो॑ दे॒वीरव॑सा म॒हः शर्म॑णा नृ॒पत्नीः॑ ।
अच्छि॑न्नपत्राः सचंतां ॥
Translation:-
नः - Near us.
दे॒वीः - Wives of Deities.
अव॑सा - To protect.
म॒हः शर्म॑णा - With great pleasure.
नृ॒पत्नीः॑ - The one who looks after us.
अच्छि॑न्नपत्राः - With unlimited resources.
अभि सचंताम् - Sit in front.
Explanation:- This mantra mentions the qualities of the wives of Deities. It says that they not only take care and look after us, But there is absolute no barrier in their path. It means that the wives of the Deities always protect the devotees and make them happy. They are present very near to the Yagya. They are requested to come and shower their blessings on us.
Deep meaning:-This mantra is same as the previous one.Here too woman power is highlighted along with their role as protectors of universe.
#मराठी
ऋग्वेद १.२२.११
अ॒भि नो॑ दे॒वीरव॑सा म॒हः शर्म॑णा नृ॒पत्नीः॑ ।
अच्छि॑न्नपत्राः सचंतां ॥
भाषांतर :-
नः - आमच्या कडे.
दे॒वीः - देव पत्नी.
अव॑सा - रक्षण करणे.
म॒हः शर्म॑णा - मोठ्या सुखाने.
नृ॒पत्नीः॑ - मनुष्यांचे पालन करणारे.
अच्छि॑न्नपत्राः - अविछिन्न साधनाने.
अभि सचंताम् - सन्मुख होउन.
भावार्थ :-ह्या मंत्रा मध्ये देव पत्निंचे वैशिष्ट्य सांगितले आहेत. ते मनुष्याचा पाळन करणारी आहेत.त्यांचा मार्गी काही पण अडथळा नसतो.म्हणजे देव पत्नी आपल्या भक्तांचा रक्षण करतात आणि सुख देतात.ते समस्त यज्ञात सन्मुख होउन बसतात. त्यांना प्रार्थना आहे की आपण यज्ञात येउन आम्हास कृतार्थ करा.
#हिंदी
ऋग्वेद १.२२.११
अ॒भि नो॑ दे॒वीरव॑सा म॒हः शर्म॑णा नृ॒पत्नीः॑ ।
अच्छि॑न्नपत्राः सचंतां ॥
अनुवाद :-
नः - हमारे पास।
दे॒वीः - देव पत्नियाँ।
अव॑सा - सुरक्षा करना।
म॒हः शर्म॑णा - बडे सुख के साथ।
नृ॒पत्नीः॑ - मनुष्यों का पालन करनेवाली।
अच्छि॑न्नपत्राः - अविछिन्न साधनों वाली।
अभि सचंताम् - अभिमुख होकर आना।
भावार्थ :-इस मंत्र में देव पत्नियों की विशेषताओं का वर्णन है।कहा गया है कि वे मनुष्यों का पालन करनेवाली हैं और उनके मार्ग में किसी प्रकार का अवरोध नहीं आता।अर्थात कि देव पत्नियां अपने भक्तों की रक्षा करनेवाली,सुख देनेवाली और सभी यज्ञों में सम्मुख होकर बैठने वाली हैं। उनसे यज्ञ में उपस्थित होकर कृतार्थ करने की प्रार्थना की गई है।
https://twitter.com/Anshulspiritual/status/1255481605990363142?s=19
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