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Writer's pictureAnshul P

Rv 1.22.4

For a true devotee God is not faraway. God comes fast to the devotee on listening to his mere call according to Rig Ved 1.22.4


न॒हि वा॒मस्ति॑ दूर॒के यत्रा॒ रथे॑न॒ गच्छ॑थः ।

अश्वि॑ना सो॒मिनो॑ गृ॒हं ॥



Translation:-


न॒हि - No.


वा॒म् - For you.


अस्ति॑ - There.


दूर॒के - Far.


यत्र - Here.


रथे॑न॒ - In the chariot.


गच्छ॑थः - To go.


अश्वि॑ना - Oh Ashwini dev!


सो॒मिनः - Somyagya performing devotee's


गृ॒हम् - House.


Explanation:-This mantra is addressed to Ashwini dev's.It says"Oh Ashwini dev! You both wish to go to that devotees house who is performing Somyagya. But for both of you the devotees house is not far.Since your chariot runs very speedily, no place is far for you. You can reach that place very soon on your chariot which is of great speed.


Deep meaning:- For a true devotee God is not faraway. God comes fast to the devotee on listening to his mere call.



#मराठी




ऋग्वेद १.२२.४


न॒हि वा॒मस्ति॑ दूर॒के यत्रा॒ रथे॑न॒ गच्छ॑थः ।

अश्वि॑ना सो॒मिनो॑ गृ॒हं ॥



भाषांतर :-


न॒हि - नाही.


वा॒म् - आपल्या साठी.


अस्ति॑ - आहे.


दूर॒के - लांब.


यत्र - जिथे.


रथे॑न॒ - रथात.


गच्छ॑थः - जाणे.


अश्वि॑ना - हे अश्विनी देव.


सो॒मिनो॑ - सोमयज्ञ करणारे यजमानांचे.


गृ॒हम् - घरी.


भावार्थ :-ह्या मंत्रा मध्ये अश्विनी कुमाराना संबोधत म्हटले आहे की "हे अश्विनी देव!आपण जे सोमयज्ञ करणारे यजमानांचे घरी जाणार आहात, ते आपल्या साठी लांब नाही. अर्थात अश्विनी देवांचे रथ इतके वेगाने चालत जातो,म्हणून ह्यांचा साठी कोणते पण स्थान जास्त लांब नाही.ते रथारूढ होउन तीव्रते ने कुठेही जाउ शकतात.



#हिंदी




ऋग्वेद १.२२.४


न॒हि वा॒मस्ति॑ दूर॒के यत्रा॒ रथे॑न॒ गच्छ॑थः ।

अश्वि॑ना सो॒मिनो॑ गृ॒हं ॥



अनुवाद :-


न॒हि - नहीं।


वा॒म् - आपके लिए।


अस्ति॑ - है।


दूर॒के - दूर।


यत्र - जहां।


रथे॑न॒ - रथ से।


गच्छ॑थः - जाते हैं।


अश्वि॑ना - हे अश्विनी देव!


सो॒मिनः - सोमयज्ञ करनेवाले यजमानो के।


गृ॒हम् - घर।


भावार्थ :-इस मंत्र में अश्विनी देव को संबोधित करके कहा गया है कि हे अश्विनी देवों!आप दोनों जिस सोमयज्ञ करनेवाले यजमान के घर जाना चाहते हैं,वह आपके लिए दूर नहीं है।अर्थात कि इनका रथ वेगवान है,इसलिए इनके लिए कोई भी स्थान दूर नहीं। रथारूढ होकर तीव्र वेग से वे शीघ्रतापूर्वक पहुँच जाते हैं।


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