Solar energy(energy of sun) is the important source of life on earth. Therefore Surya Dev is one of the important Deities according to Rig Ved 1.22.6
अ॒पां नपा॑त॒मव॑से सवि॒तार॒मुप॑ स्तुहि ।
तस्य॑ व्र॒तान्यु॑श्मसि ॥
Translation:-
अ॒पाम् - Of water
नपा॑त॒म् - To dry.
अव॑से - For protection.
सवि॒तार॒म् - Of Savita Dev.
उप स्तुहि - To sing praises.
तस्य - Theirs.
व्र॒तानि - Of Karma.
उश्मसि - Want to do.
Explanation:- In this mantra the devotees ask the Priests to sing praises of Savita Dev.This is because Savita Dev dries and absorbs the water and gives it back through rains.Therefore the presence of Savita Dev in Somyagya and other karmas, is desired .
Deep meaning:- Solar energy(energy of sun) is the important source of life on earth. Therefore Surya Dev is one of the important Deities.
#मराठी
ऋग्वेद १.२२.६
अ॒पां नपा॑त॒मव॑से सवि॒तार॒मुप॑ स्तुहि ।
तस्य॑ व्र॒तान्यु॑श्मसि ॥
भाषांतर :-
अ॒पाम् - पाणी चा.
नपा॑त॒म् - कोरडे करणे.
अव॑से - रक्षणा साठी.
सवि॒तार॒म् - सविता देवाचा.
उप स्तुहि - स्तुति करणे.
तस्य - त्यांचे.
व्र॒तानि -कर्मांचा.
उश्मसि - करण्याची इच्छा.
भावार्थ :-ह्या मंत्रात यजमान सोमयज्ञ करणारे ऋत्विकाना सांगतात की आपण सविता देवांची स्तुति करा.ते पाणी शोषुन जमीन कोरडी करतात आणि तेच पाणी पुनः वृष्टी ने परत करतात. म्हणून अाम्ही त्यांचा उपस्थितीत सोमयज्ञ आदि कर्म संपादित करू.
#हिंदी
ऋग्वेद १.२२.६
अ॒पां नपा॑त॒मव॑से सवि॒तार॒मुप॑ स्तुहि ।
तस्य॑ व्र॒तान्यु॑श्मसि ॥
अनुवाद :-
अ॒पाम् - जल के।
नपा॑त॒म् - सूखाना।
अव॑से - रक्षा के लिए।
सवि॒तार॒म् - सविता देव की।
उप स्तुहि - स्तुति करना।
तस्य - उनसे।
व्र॒तानि -कर्मो को।
उश्मसि - करना चाहते हैं।
भावार्थ :-इस मंत्र में यजमान सोमयज्ञ करने वाले ऋत्विजों से कह रहे हैं कि आप उन सविता देव की स्तुति करो जो जल को सूखाकर पुनः वृष्टि के द्वारा हमें जल देते हैं,क्योंकि हम उनसे सोमयज्ञ आदि कर्म संपादित कराना चाहते हैं।
https://twitter.com/Anshulspiritual/status/1253669747922739200?s=19
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