Due to Several eyes, God can observe each and everything. Due to his mighty speed he can rescue his devotees speedily whenever required according to Rig Ved 1.23.3
इं॒द्र॒वा॒यू म॑नो॒जुवा॒ विप्रा॑ हवंत ऊ॒तये॑ ।
स॒ह॒स्रा॒क्षा धि॒यस्पती॑ ॥
Translation:-
इं॒द्र॒वा॒यू - Of Indra and Vayudev.
म॑नो॒जुवा॒ - mind running speedily.
विप्राः - Intelligent.
हवंते - To call.
ऊ॒तये॑ - For protection.
स॒ह॒स्रा॒क्षा - One with thousands eyes.
धि॒यस्पती॑ - Ruler of deeds(karma) .
Explanation:- This mantra mentions the qualities of Indradev and Vayudev. It says that both the Deities possess a mind running speedily ,can observe with thousands of eyes and are the rulers of intellect and Deeds(karma).So the intelligent Yajmans call these two for protection.
Deep meaning:- Due to Several eyes, God can observe each and everything. Due to his mighty speed he can rescue his devotees speedily whenever required.
#मराठी
ऋग्वेद १.२३.३
इं॒द्र॒वा॒यू म॑नो॒जुवा॒ विप्रा॑ हवंत ऊ॒तये॑ ।
स॒ह॒स्रा॒क्षा धि॒यस्पती॑ ॥
भाषांतर :-
इं॒द्र॒वा॒यू - इंद्र आणि वायुदेवांना.
म॑नो॒जुवा॒ - मनाचे प्रमाणे तीव्र वेग धारण करणारे.
विप्राः - ज्ञानी लोक.
हवंते - बोलवणे.
ऊ॒तये॑ - रक्षण हेतु.
स॒ह॒स्रा॒क्षा - सहस्त्र डोळे धारक.
धि॒यस्पती॑ - अधिपति.
भावार्थ :-ह्या मंत्रात इंद्रदेव आणि वायुदेवांचे वैशिठ्य सांगितलेले आहेत. म्हटले आहे की दोन्ही देवांचा मन तीव्र गति चे व ते सहस्र डोळ्यांचे आहे.ते बुद्धि आणि कर्माचे अधिपति आहेत.ज्ञानी लोक असा देवांना आपली सुरक्षेची साठी बोलवतात.
गूढार्थ: परमात्मा ची दृष्टि सहस्त्र डोळ्यांची असून ती सर्वत्र व्याप्त आहे आणि ते गरज पडल्यास तीव्र गति ने सुरक्षा पण प्रदान करतात.
#हिंदी
ऋग्वेद १.२३.३
इं॒द्र॒वा॒यू म॑नो॒जुवा॒ विप्रा॑ हवंत ऊ॒तये॑ ।
स॒ह॒स्रा॒क्षा धि॒यस्पती॑ ॥
अनुवाद :-
इं॒द्र॒वा॒यू - इंद्र और वायुदेवों को।
म॑नो॒जुवा॒ - मन के समान तीव्र वेगवाले।
विप्राः - ज्ञानी जन।
हवंते - बुलाना।
ऊ॒तये॑ - रक्षा के लिए।
स॒ह॒स्रा॒क्षा - हजारों आँख वाले।
धि॒यस्पती॑ - कर्म के अधिष्ठाता।
भावार्थ :-इस मंत्र में इंद्रदेव और वायुदेव की विशेषताओं का वर्णन है। इसमें कहा गया है कि दोनों देव मन के समान तीव्र गति वाले,सहस्रों आंखो वाले और बुद्धि और कर्म के अधिपति हैं।ऐसे गुण संपन्न दोनो देवों को ज्ञानी लोग अपनी सुरक्षा हेतु बुलाया करते हैं।
गूढार्थ:परमात्मा की दृष्टि सहस्त्र नेत्रोंवाली होने के कारण सब ओर व्याप्त है और तीव्र गति से आकर आवश्कता पडने पर भक्तों को सरक्षा भी प्रदान करते हैं।
https://twitter.com/Anshulspiritual/status/1260189833051463682?s=19
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