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Writer's pictureAnshul P

RV.1.3.8

Rig Ved 1.3.8


विश्वे देवासो॑ अप्तुरः सुतमा गंत तूर्णयः ।

उस्रा इव स्वसराणि ॥


Translation:-


विश्वे देवासो - Group of 35 dieties / Dev.


अप्तुरः One who produces rainfall instantly.


सु॒तमा - Somras extracted and kept for you.


(आ) + गंत॒ - Come.


तूर्णयः - Fast.


उस्रा - Sun rays.


इव - That way.


स्वसराणि - She comes faster without laziness.


Explanation:-


Like Sun Ray's comes very quickly without showing any laziness, In the same way Ohh Vishvedev(Group of 35 dieties) you are the deities who produces rainfall instantly. We request you to please come and drink the Somras extracted and kept for you.



#मराठी


विश्वे देवासो॑ अप्तुरः सुतमा गंत तूर्णयः ।

उस्रा इव स्वसराणि ॥


भाषांतर:-


विश्वे देवासो - पसतीस देवतांचे समूह


अप्तुरः - त्वरित वर्षाव करणारा.


सु॒तमा - पिळुन काढलेला सोमरस आपल्या साठी आहे.


(आ) + गंत॒ - यावे.


तूर्णयः - त्वरित.


उस्रा - सूर्याची किरणें.


इव - जसे.


स्वसराणि - ती थकवा ना दाखवता त्वरित येते.


भावार्थ:-


जसी सू्र्याची किरणें थकवा न जाणवता त्वरित येतात तसेच हे विश्वदेव किंवा पसतीस देवांचे समूह, ज्यांचा मुळे ताबडतोब वर्षाव होते, असले देवतांना आवाहन आहे की आपण इथे येउन ठेवलेले सोमरसाचा पान करावे.



#हिंदी


ऋग्वेद १.३.८

विश्वे देवासो॑ अप्तुरः सुतमा गंत तूर्णयः ।

उस्रा इव स्वसराणि ॥


अनुवाद:-


विश्वे देवासो - विश्वेदेव(३५ देवताओं का समूह)।


अप्तुरः तत्काल वर्षा कराने वाले।


सु॒तमा - सोमरस निचोड़कर रखा है।


(आ) + गंत॒ - आइये।


तूर्णयः - शीघ्रता पूर्वक आने वाले।


उस्रा - सूर्य की किरणें।


इव - जिस प्रकार


स्वसराणि - आलस रहित होकर आती है।


भावार्थ:-

जिस प्रकार सूर्य की किरणें आलस रहित और शीघ्रता पूर्वक आती है उसी प्रकार हे विश्वे देव आप शीघ्रता पूर्वक वर्षा कराने वाले है। हमारी विनंती है के आप इस यज्ञ स्थल मे आइये और सोमरस का पान कीजिये जो आपके लिए निचोड़कर रखा है।



https://twitter.com/Anshulspiritual/status/1068527194660466690?s=19

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