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Writer's pictureAnshul P

RV 1.39.5

Updated: Feb 18, 2021


Rig Ved 1.39.4


Here Maruts are requested that since you are the sons of Rudra, you are an extension of him, therefore you are beyond description. You are requested that through your strength, your compassion, your courage, your radiance increase our intelligence and may our intelligence find the same qualities.


न॒हि वः॒ शत्रु॑र्विवि॒दे अधि॒ द्यवि॒ न भूम्यां॑ रिशादसः ।

यु॒ष्माक॑मस्तु॒ तवि॑षी॒ तना॑ यु॒जा रुद्रा॑सो॒ नू चि॑दा॒धृषे॑ ॥


Translation :


रिशादसः - Oh destroyer of enemies!


अधि द्यवि - Above Dhyulok.


वः - Yours.


शत्रुः - Enemy.


नहि - No.


विविदे - And.


भूम्यां न - On land.


रूद्रासः - Oh The son of Rudra!


युष्माकम् - Yours.


युजा - Strength together.


आधृषे - To harass enemies all sides.


तविषी - Strength.


नु चित् - Fast.


तना - Wide.


अस्तु - To become.


Explanation :Oh the enemy destroyer Maruts! You have no enemy either in Dhyulok or Prithvilok. Oh! Rudra putra's! In order to destroy the enemies you all bring out your collective strength.


Deep meaning: Here Maruts are requested that since you are the sons of Rudra, you are an extension of him, therefore you are beyond description. You are requested that through your strength, your compassion, your courage, your radiance increase our intelligence and may our intelligence find the same qualities.





#मराठी


ऋग्वेद १.३९.४


न॒हि वः॒ शत्रु॑र्विवि॒दे अधि॒ द्यवि॒ न भूम्यां॑ रिशादसः ।

यु॒ष्माक॑मस्तु॒ तवि॑षी॒ तना॑ यु॒जा रुद्रा॑सो॒ नू चि॑दा॒धृषे॑ ॥


भाषांतर :


रिशादसः - हे शत्रू विनाशकारी!


अधि द्यवि - द्युलोकच्या वर.


वः - आपले.


शत्रुः - शत्रू.


नहि - नाही.


विविदे - आणि.


भूम्यां न - भूमि वर.


रूद्रासः - हे रूद्र पुत्र!


युष्माकम् - आपले.


युजा - एकत्रित असणे.


आधृषे - चारही बाजू शत्रूंना


तविषी - बळ.


नु चित् - त्वरित.


तना - विस्तृत.


अस्तु - होणे.


भावार्थ: हे शत्रू विनाशक मरूदगण! आपले द्युलोकात आणि पृथ्वीलोकात एकहि शत्रू नाही. हे रूद्रपुत्र! आपण सर्व शत्रूंना क्षत विक्षत करण्यासाठी सगळे सामूहिक शक्ती विस्तृत करा.


गूढार्थ: इथे मरूतांना प्रार्थना केली आहे की आपण रूद्रांचे पुत्र अाहात म्हणून आपण त्यांचा मधे व्याप्त आहात.आपल्यास प्रार्थना करत आहोत की आपल्या बळाचे वर्णन असंभव आहे कारण की आपण त्याच्या पलिकडे आहात.आपल्या अनुकंपेने, बळाने, शौर्याने, तेज हून, हे बुध्दी संपन्न होउ द्या अशी प्रार्थना करत आहोत.



#हिन्दी


ऋग्वेद १.३९.४


न॒हि वः॒ शत्रु॑र्विवि॒दे अधि॒ द्यवि॒ न भूम्यां॑ रिशादसः ।

यु॒ष्माक॑मस्तु॒ तवि॑षी॒ तना॑ यु॒जा रुद्रा॑सो॒ नू चि॑दा॒धृषे॑ ॥


अनुवाद:


रिशादसः - हे शत्रु विनाशक!


अधि द्यवि - द्युलोक के ऊपर।


वः - आपके।


शत्रुः - दुश्मन।


नहि - नहीं।


विविदे - और।


भूम्यां न - भूमि पर भी।


रूद्रासः - हे रूद्र पुत्र!


युष्माकम् - आपकी।


युजा - इकठ्ठा होकर।


आधृषे - शत्रु को चारों ओर तंग करना।


तविषी - बल।


नु चित् - जल्दी।


तना - विस्तृत।


अस्तु - होना।


भावार्थ:हे विनाशक मरूतों! द्युलोक तथा पृथ्वीलोक में कोई भी आपका शत्रु नहीं है।हे रूद्र पुत्रों! आप सब शत्रुओं के बल को तहस नहस करने के लिए मिलकर अपनी शक्ति विस्तृत करें।


गूढार्थ: इसमें मरूतों से प्रार्थना की जा रही है कि आप रूद्र के पुत्र हो अतः उन्हीं में व्याप्त हो। इसीलिए आपसे प्रार्थना की जा रही है कि आपके बल का वर्णन असंभव है,उससे परे हैं आप। आपकी अनुकम्पा से, बल से, शौर्य से, तेज से ये बुद्धि संपन्न हो इसके लिए प्रार्थना की जा रही है।


#हिंदी and #मराठी translation 👇

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📸 Credit - Ravish Dhanawde sir (Instagram handle)

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